लॉक डाउन थोड़ी गरीब परिवारों के कमर ,5 साल की मासूम बच्ची की मौत
देश में करो ना महामारी जैसी खतरनाक वायरस के कारण देश में लगे लॉकडाउन से आधे से ज्यादा गरीब लोगों की कमर तोड़ कर रख दी है। लोगों के पास पहले से ही काम धंधे की कमी थी और दूसरी तरफ लॉक डाउन ने उनके कामकाज पर बहुत ज्यादा असर डाला। ऐसा ही एक मामला यूपी में सामने आया , यहां पर एक गरीब परिवार की 5 साल की बच्ची ने बीमारी के कारण दम तोड़ दिया, उस परिवार के पास इतने पैसे नहीं थे कि वह अपनी बेटी का इलाज करवा सकें। इससे पहले नोटबंदी के दौरान इस परिवार ने एक बेटे को खो दिया था।
बच्चे की मौत की सूचना मिलते ही जिला अधिकारी किटी में जांच के लिए पहुंच गई। और उस परिवार में खाने के लिए राशन ना होने के कारण इस टीम ने उस घर में 50 किलो आटा 40 किलो चावल और अन्य जरूरी राशन का सामान भी उपलब्ध करवाया।
जांच के दौरान पता चला कि बेटी की मौत बीमारी के कारण हुई है उसके शरीर में खून की मात्रा बहुत ही ज्यादा कम हो गई थी और गरीबी के कारण वह परिवार अपनी बेटी का सही पर इलाज नहीं करवा पाया।
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव को भेजे गए नोटिस के बदले में 4 हफ्ते में प्रशासन पीड़ित परिवारों की मदद करेगा। जिला अधिकारी ने इस चीज की भी घोषणा की कि अब वह हरित परिवार पर नजर रखेंगे ताकि भविष्य में गरीबी के कारण किसी भी और बच्चे की मौत ना हो पाए।
मीडिया की एक खबर के दौरान परिवार के कमाने वाले सदस्य के तपेदिक के शिकार होने की वजह से बच्चे को भोजन एवं इलाज नहीं मिल पाया और 3 दिन तक बुखार से जूझने के बाद शुक्रवार को उस बच्चे की मौत हो गई।
0 comments:
Post a Comment