
ज्यूडिशियल इंक्वायरी से ही बेनकाब होगा भाजपा पोषित राशन माफिया
भोपालः 5 सितंबर 2020 मध्यप्रदेश में चावल घोटाले के तार जितने लंबे फैलते जा रहे हैं भारतीय जनता पार्टी और उसकी सरकार का काला चेहरा उजागर होता जा रहा है भारतीय जनता पार्टी का राशन माफिया जिनके पास राशन की दुकानें हैं जानवरों के खाने योग्य चावल की रीसाइक्लिंग को दसियों साल से अंजाम देता रहा है गुप्ता ने दावा किया कि चावल रीसाइकिल किया गया और आरोप लगाया कि इसमें ऊपर तक शीरा पहुंच रहा होगा।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने बताया कि 2016 में रतलाम और मंदसौर जिले में घटिया चावल बांटने की शिकायत हुई थी किंतु तत्कालीन शिवराज सरकार ने जांच करने की बजाय घोटाले बाजों को आशीर्वाद दिया 2017 में मक्सी और उज्जैन जिले में सड़े चावल की सप्लाई की शिकायतें हुई लेकिन घोषणा होने के बाद भी जांच नहीं की गई 2020 में भी अप्रैल महीने शिवपुरी भोपाल सागर भिंड में शिकायतें ठंडे बस्ते में दबा दी गई गुप्ता ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार एवं उनके अध्यक्ष झूठ बोलकर इस कांड को अब दवा नहीं पाएंगे गुप्ता ने जांच रिपोर्ट का एक और पन्ना जारी करते हुए यह सिद्ध किया की जो खाद्यान्न सप्लाई किया गया वह 3 साल पुरानी बोरियों में पैक था और जिस ग्रेड का माल सप्लाई किया गया उसकी तस्वीरें ही आदमी को विकसित करने के लिए काफी हैं
गुप्ता ने गर्रा ओपन कैप से सीएमआरके लिए दिए गए धान की तस्वीरें जारी करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी और मुख्यमंत्री खाद्य मंत्री बिसाहूलाल सिंह आईने के सामने इन तस्वीरों को रखकर विचार करें की भगवान के सामने वेस्पा आपका क्या जवाब देंगे क्या ऐसा अनाज कोई व्यक्ति खुली आंखें रखकर गरीबों के खाने के लिए दे सकता है
एक पूरा का पूरा प्रशासनिक गिरोह इस घिनौने काम को अंजाम दे रहा है और सरकार इन काली करतूतों को छुपाने के लिए इंटेलिजेंस इनपुट की झूठी बातें कर रही है गुप्ता ने सरकार से इंटेलिजेंस इनपुट सार्वजनिक करने की मांग की ताकि झूठ का भी जनता के सामने फैसला हो सके
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